मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन के बड़नगर के गजनीखेड़ा में आयोजित सीएम राइज स्कूल के लोकार्पण कार्यक्रम में बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने राज्य के तीन स्थानों के नाम बदलने का ऐलान किया और इन नामों को जनता की भावनाओं से जोड़ते हुए नए नाम दिए। इस घोषणा के साथ ही उन्होंने राज्य के विकास के लिए करोड़ों रुपये की सौगात भी दी।

मौलाना गांव, गजनीखेड़ा और जहांगीरपुर के नाम बदले
सीएम मोहन यादव ने कार्यक्रम के दौरान मौलाना गांव, गजनीखेड़ा और जहांगीरपुर के नाम बदलने का ऐलान किया। मौलाना गांव का नाम अब विक्रम नगर, गजनीखेड़ा का नाम चामुंडा माता नगरी, और जहांगीरपुर का नाम जगदीशपुर होगा। उन्होंने कहा, “नाम लिखते समय जब मौलाना का जिक्र होता है, तो पेन भी अटकता है। ऐसे नामों का हमारे समाज से क्या संबंध है?”
मुख्यमंत्री ने इस कदम को जनता की भावनाओं के अनुरूप बताया और कहा कि जैसे बड़े शहरों के नाम बदले गए, वैसे ही पंचायतों और गांवों के नाम भी बदले जा सकते हैं।
विकास योजनाओं की सौगात
सीएम मोहन यादव ने लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान कई विकास परियोजनाओं की घोषणा की। उन्होंने बड़नगर के कृषि उपज मंडी परिसर में 466.27 लाख रुपये की लागत से बनने वाले प्रोजेक्ट का भूमि पूजन किया। साथ ही 343.80 लाख रुपये की लागत से 7 उप स्वास्थ्य केंद्रों का लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि 2024 में प्रदेश को 4 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इन निवेशों से राज्य में 3 लाख से अधिक नौकरियों के अवसर पैदा होंगे, जो प्रदेश के युवाओं के लिए बड़ा लाभ होगा।
सीएम राइज स्कूल को अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से जोड़ा
बड़नगर के सीएम राइज स्कूल को अब भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से पहचाना जाएगा। मुख्यमंत्री ने इसे प्रदेश के लिए गर्व की बात बताया और कहा कि इस कदम से शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरणा मिलेगी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव की इन घोषणाओं ने राज्य में विकास की दिशा में एक नई उम्मीद जगाई है। जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए गांवों और शहरों के नाम बदलने के साथ-साथ विकास कार्यों पर जोर देना राज्य के भविष्य को नई दिशा देने का प्रयास है।
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