चेन्नई (तमिलनाडु), 20 अक्टूबर 2025 – दिवाली के दिन जहां पूरा देश रोशनी और खुशियों में डूबा हुआ था, वहीं चेन्नई में तेज बारिश ने त्योहार की रौनक फीकी कर दी। लगातार दो दिनों से हो रही भारी वर्षा ने शहर के कई हिस्सों को जलमग्न कर दिया है। यहां तक कि चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे पर भी पानी भर गया, जिससे उड़ानों के संचालन पर असर पड़ा।
शहर के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात
वेलाचेरी, पल्लिकरणई, मेडावक्कम और नीलांकरई जैसे निचले इलाकों में पानी सड़कों पर घुटनों तक पहुंच गया है। नालों के उफान से कई घरों में पानी घुस गया, जिससे लोगों को बाहर निकलने में मुश्किलें आ रही हैं।
ट्रैफिक और हवाई यातायात पर असर
बारिश के चलते चेन्नई की मुख्य सड़कों — जीएसटी रोड और ईस्ट कोस्ट रोड — पर लंबा जाम लग गया। वाहन चालकों को घंटों तक पानी भरी सड़कों में फंसे रहना पड़ा। वहीं हवाई अड्डे से उड़ान भरने और उतरने वाली कई उड़ानें प्रभावित हुईं। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि रनवे की सफाई और ड्रेनेज सिस्टम को सक्रिय किया गया है ताकि पानी जल्दी निकाला जा सके।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण तमिलनाडु और आसपास के इलाकों में अगले दो दिनों तक भारी बारिश जारी रह सकती है। विभाग ने चेन्नई सहित कई जिलों में “रेड अलर्ट” जारी किया है और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
IMD ने फ्लैश फ्लड (अचानक बाढ़) की चेतावनी भी जारी की है क्योंकि जमीन पहले से ही भीगी हुई है और नालों की निकासी क्षमता सीमित हो गई है।
सरकार और प्रशासन की तैयारी
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों के लिए अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। नगर निगम की टीमें पानी निकालने, पेड़ हटाने और बिजली आपूर्ति बहाल करने में जुटी हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि वे बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
दिवाली की खुशियों पर बारिश का असर
दिवाली पर जहां लोग आमतौर पर दीयों और पटाखों से घरों को सजाते हैं, वहीं इस बार चेन्नई के कई इलाकों में त्योहार सादगी से मनाया जा रहा है। लगातार बारिश और जलभराव के कारण बाजारों में भी रौनक कम दिखी। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “इस बार दिवाली रोशनी से ज्यादा पानी में भीग गई।”
आगे का अनुमान
मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 48 घंटे चेन्नई और दक्षिण भारत के लिए अहम रहेंगे। भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है। प्रशासन ने राहत शिविर तैयार रखने के आदेश दिए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
निष्कर्ष:
चेन्नई में दिवाली की सुबह उम्मीदों की रोशनी नहीं, बल्कि बादलों की गड़गड़ाहट लेकर आई। बारिश ने भले ही त्योहार की रफ्तार धीमी कर दी हो, लेकिन लोगों की उम्मीद और हिम्मत अब भी बरकरार है। प्रशासन और नागरिक दोनों मिलकर इस मुश्किल समय से निपटने की कोशिश कर रहे हैं।
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