सुप्रीम कोर्ट के वकील संजय श्रीवास्तव ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कानूनी नोटिस भेजा है। इस नोटिस में दिग्विजय सिंह से माफी मांगने और 10 करोड़ रुपए मुआवजे की मांग की गई है। यदि दिग्विजय सिंह एक महीने के भीतर माफी नहीं मांगते और मुआवजा नहीं देते, तो उनके खिलाफ आपराधिक और दीवानी मुकदमा दायर करने की धमकी दी गई है। यह नोटिस दिग्विजय सिंह द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र के संदर्भ में भेजा गया है।

दिग्विजय सिंह के आरोप और कानूनी विवाद
दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर संजय श्रीवास्तव और उनके क्लाइंट गोविंद सिंह राजपूत पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सौरभ शर्मा नामक एक पूर्व आरक्षक और अन्य भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त हैं, जिनका संबंध संजय श्रीवास्तव से भी जुड़ा है। दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि इन लोगों ने प्रदेश भर में वसूली का ठेका लिया और अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के दौरान पैसे की उगाही की।
संजय श्रीवास्तव ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह ने बिना किसी प्रमाण के उन्हें बदनाम किया और उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर दिग्विजय सिंह ने एक महीने के भीतर माफी नहीं मांगी, तो वे उनके खिलाफ कानूनी कदम उठाएंगे।
संजय श्रीवास्तव का कानूनी कदम
संजय श्रीवास्तव ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत मानहानि का केस दर्ज करने की धमकी दी है। उनका कहना है कि दिग्विजय सिंह ने बिना प्रमाण के उन्हें भ्रष्टाचार से जोड़ने की कोशिश की, जिससे उनकी पेशेवर छवि को नुकसान हुआ है। इसके अलावा, उन्होंने दिग्विजय सिंह से यह भी कहा कि वे अपने आरोपों को सार्वजनिक तौर पर वापस लें और माफी मांगें। यदि ऐसा नहीं होता है, तो वे 10 करोड़ रुपये का मुआवजा और कानूनी कार्रवाई की दिशा में कदम उठाएंगे।
राजनीतिक और कानूनी संघर्ष का नया मोड़
यह मामला मध्य प्रदेश के राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन चुका है। दिग्विजय सिंह ने जो आरोप लगाए थे, उससे संजय श्रीवास्तव की पेशेवर छवि को गंभीर नुकसान हुआ। अब यह देखना होगा कि दिग्विजय सिंह इस कानूनी नोटिस का क्या जवाब देते हैं। यदि मुकदमा दायर होता है, तो यह राजनीतिक और कानूनी हलकों में एक महत्वपूर्ण संघर्ष बन सकता है।
Leave a Comment